ये महामहिम शेख मोहम्मद बिन रशीद अल मक़्तूम, उप-राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री और दुबई के शासक के स्वप्न को आकार देने और दुबई अमीरात में एम्बुलेंस सेवा प्रदान कर रहे विभिन्न लोगों के प्रयासों व क्षमताओं को एकजुट करने की उनकी इच्छा का परिणाम है (ये सेवायें दुबई पुलिस की जनरल कमांड और स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवा विभाग के बीच बंटी हुई थीं)। महामहिम की निर्देश सेवा (रेफ्रेंस सर्विस) डिलीवरी के मानकीकरण तथा दुबई रणनीतिक योजना की तर्ज पर विकास की इच्छा और दुबई को नेतृत्व का केंद्र कहलवाने की आकांक्षा के चलते महामहिम ने 2006 की कानून संख्या 13 जारी की, जिसका उद्धेश्य दुबई में एम्बुलेंस के संगठित केंद्र की स्थापना करना था (जिसे बाद में 2007 की कानून संख्या 17 के अंतर्गत संशोधित करके ‘’एम्बुलेंस सर्विस सेंटर/एम्बुलेंस सेवा केंद्र’’ शीर्षक के तहत कर दिया गया) जिससे दुबई में एम्बुलेंस सेवा प्रदान करने के कार्यों का निष्पादन किया जा सके, नगरपालिका में एम्बुलेंस सेवा के लिए तैयारी, नियोजन तथा संपूर्ण रणनीति में योगदान, आधुनिकीकरण और अमीरात के भीतर तथा बाहर, दोनों ही ओर के संबद्ध पक्षों के साथ समन्वय में इसके क्रियान्वयन के ज़रिये। नगरपालिका के स्तर पर आपात्काल की स्थिति में एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने हेतु इस केंद्र की सेवाओं का ईष्टतम उपयोग हासिल करने के लिए नीतियां तैयार, विकसित तथा क्रियान्वित करने की आवश्यकता थी।