यूएई (UAE) 2019 तक रिप्लेसमेन्ट के लिए 3-D प्रिंटेड नी ज्वाइंट्स (घुटनों के जोड़) उपयोग करेगा
09-01-2019 12:00 पूर्वाह्न
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दुबई: दर्दरहित सक्रिय जीवन में वापसी के लिए घुटनों की सर्जरी कराने के लिए यूएई (UAE) में पेशेंट्स का भविष्य उज्ज्वल है, ऐसा एक अग्रणी सर्जन ने बताया।
दुबई: दर्दरहित सक्रिय जीवन में वापसी के लिए घुटनों की सर्जरी कराने के लिए यूएई (UAE) में पेशेंट्स का भविष्य उज्ज्वल है, ऐसा एक अग्रणी सर्जन ने बताया।
घुटनों की सर्जरी के लिए यूएई (UAE) त्रि-आयामी AI (3D) प्रौद्योगिकी का उपयोग करने से एक वर्ष से भी कम समय दूर है, जो प्रत्येक पेशेंट के लिए ‘ सही’ अनुकूलित उपयुक्त समाधान और कम रिकवरी समय के लाभ उपलब्ध कराएगा, ऐसा डॉ. समीह ताराबिची,, आर्थोपेडिक सर्जन, निदेशक, बुर्जील हॉस्पिटल, दुबई ने बताया।
डॉ. ताराबिची दुबई में 22-24 र्मा तक आयोजित ज्वाइंट रिप्लेसमेन्ट पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICJR) के अवसर पर बोल रहे थे।
एक 3D प्रिंटेड ब्रेस (सबसे ऊपर), एक प्रिंटेड इम्प्लांट (ऊपर बाएं) और घुटने के रिप्लेसमेन्ट के लिए एक गाइड (दाएं), एक प्रौद्योगिकी जो डॉक्टरों को सर्जरी से पहले आभासी (वर्चुअल) जोड़ बनाने और अभ्यास करने की सुविधा देती है।
“ त्रि-आयामी प्रिंटिंग आर्थोपेडिक्स का भविष्य है और इस क्षेत्र में इसका अत्यन्त विस्तृत उपयोग है क्योंकि हड्डी एक कठोर संरचना होती है और कठोर तथा कोमल ऊतकों वाली संरचना समायोजित करने के लिए यह प्रौद्योगिकी प्रयोग की जा सकती है।”उन्होंने एक साक्षात्कार में गल्फ न्यूज को बताया।
जिस तरह से डॉक्टर पेशेंट’ s का CT स्कैन उपयोग करके एकदम सटीक फिट प्राप्त करते हैं और सभी उतार-चढ़ावों के साथ अंतिम मिलीमीटर तक सही इमेज प्रिंटिंग करते हैं वह काफी हद तक रेडीमेड के बजाय दर्जी द्वारा सिले गए परिधान को उपयोग करने जैसा है।
घुटने की संरचना में विविध भाग प्रिंट करने के लिए 3D प्रौद्योगिकी के अनेक उपयोगों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. ताराबिची ने बताया कि वे पांच प्रमुख अनुप्रयोग देख रहे हैं।
“ टाइटेनियम से बना 3D इम्प्लांट, जो मानव शरीर के लिए अनुकूल हो, वह शरीर के किसी दोष को भरने के लिए उपयोग किया जाएगा जैसे कि ट्यूमर सर्जरी अथवा ट्रामा के कारण हड्डी में किसी बड़े नुकसान से बने गैप को भरने के लिए। इसे घुटने के पूरे रिप्लेसमेन्ट के लिए भी उपयोग किया जाएगा जिसमें प्रिंटेड इम्प्लांट रोगी विशेष के घुटने की की संरचना से एकदम मिलान वाले साइज़ में होगा।’ s.”
3D इम्प्लांट का उपयोग ट्यूमर सर्जरी अथवा ट्रामा के कारण शरीर में बने गैप को भरने के लिए किया जाएगा। इसे घुटने के पूरे रिप्लेसमेन्ट के लिए भी उपयोग किया जाएगा जिसमें प्रिंटेड इम्प्लांट रोगी विशेष के घुटने की की संरचना से एकदम मिलान वाले साइज़ में होगा’ s"
- डॉ. समीह ताराबिची, निदेशक, बुर्जील हॉस्पिटल
नई 3D प्रिंटिंग एशियाई रोगियों के लिए उनकी व्यक्तिगत ज़रूरतों के एकदम अनुरूप इम्प्लांट पाना संभव बनाएगी क्योंकि पश्चिमी कंपनियों द्वारा वर्तमान में निर्मित किए जा रहे इम्प्लांट्स, एशियाई के बजाय अन्य लोगों की संरचनाओं के हिसाब से सर्वोत्तम उपयुक्त हैं और छोटे आकार वाले पेशेंट के लिए उपयुक्त बनाने हेतु इनमें अनुकूलन करना पड़ता है।
डॉ ताराबिची ने बताया किः “ अब 3D इम्प्लांट का लाभ ये है कि आप न केवल से एशियाई पेशेंट से मिलान करा सकते हैं, बल्कि इसके अतिरिक्त आप कुछ ऐसा भी डिजाइन कर सकते हैं, जो उनकी सही कार्यप्रणाली के लिए उनकी ज़रूरतों के अनुसार एकदम व्यक्तिगत हो और जिससे उनको पूरी तरह मुड़ने (झुकने) की सुविधा मिल सके।”
प्रौद्योगिकी अब जटिल अस्थिभंगों (फ्रैक्चर्स) में भी उपयोग की जा रही है जिनमें पेशेंट’ s के सटीक CT स्कैन का उपयोग करके फ्रैक्चर स्टेबिलाइज करने के लिए विशिष्ट साइज़ों वाली प्लेटें बनाई जा सकती हैं।.
प्रिंटेड इम्प्लांट्स अंग-भंग के मामलों में आर्थोटिक्स या ब्रेसेज बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जिनमें व्यक्तिगत रूप से पेशेंट्स को विशिष्ट फिक्सेशनों की आवश्यकता होती है, खासकर जटिल फ्रैक्चरों के मामले में।
डॉ ताराबिची ने आगे बताया कि: “ ब्रेस प्रायः बाहरी अंगों को स्थिर बनाने के लिए बनाए जाते हैं और उस स्थिरीकरण का अर्थ है कि यह ब्रेस, अलग किए गए अंग के स्टम्प पर अवश्य फिट आना चाहिए जो अनेक मामलों में अनियमित होता है। यह नई क्रांति (3 D प्रिंटिंग के साथ) है कि हम ऐसी कवरेज बना सकते हैं जो पेशेंट के साइज़ के हिसाब से एकदम फिट हो,” उन्होंने कहा.
आर्थोपेडिक्स में 3D प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी का एक सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण इस्तेमाल ये है कि डॉक्टरों द्वारा सीखने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है जिसमें वे CT चित्रों का उपयोग करके वर्चुअल ज्वाइंट बना सकते हैं और वास्तविक सर्जरी करने से पहले उसकी प्रैक्टिस कर सकते हैं, ऐसा डॉ ताराबिची ने बताया।
एक उदाहरण का जिक्र करते हुए, डॉ ताराबिची ने बताया किः ‘ टांग में एक विकृति की स्थिति में करेक्टिव सर्जरी के मामले में, जिसमें घुटना दब या मुड़ गया हो, कुछ मामलों में हम सर्जिकल तरीके से इसे ठीक करके पेशेंट की अच्छी गतिशीलता बचा सकते हैं। पहले, ऑपरेशन के समय हमारे मूल्यांकन के आधार पर इसे सही करने का प्रयास किया जाता था, जिसमें सर्जन आवश्यक सुधारों पर कार्य करते थे।
लेकिन अब प्रौद्योगिकी विकसित हो चुकी है और प्रभावित अंगों की 3D इमेजिंग एक आर्थोपेडिक सर्जन को पहले वर्चुअल मॉडल पर सुधार करने, और पेशेंट की ज़रूरतों के हिसाब से प्लेट अनुकूलित करने की सुविधा देती है, जिसमें 3D चित्रों के अनुसार सप्लॉयर विशेष गाइड बनाता है जिससे डॉक्टर को इस बारे में आइडिया मिल जाता है कि हड्डी को कम से कम नुकसान पहुंचाने के लिए कहां से काटना चाहिए।
डॉ ताराबिची ने आगे कहा कि वे दुबई में 3D गाइड का उपयोग करके ऐसी ही एक सर्जरी कर चुके हैं जो 2011 से प्रचलित है।
3D बोन प्रिंटिंग के बारे में तथ्य
■ टाइटेनियम का उपयोग किया जाता है
■ इसे दुबई में 2019 से उपयोग किया जाएगा।
■ 3D इम्प्लांट्स की लागत शुरूआत में पारंपरिक इम्प्लांट्स की तुलना में 15 फीसदी अधिक आएगी, जब तक स्थानीय उत्पादन सुविधाएं स्थापित नहीं हो जातीं।
■ यूएई (UAE) में लागू होने के बाद इम्प्लांट्स के लिए स्वास्थ्य बीमा कवर प्रभावी होगा।>